Fake website की पहचान करने के लिए आसान तरीके
![]() |
Fake Website |
आज लगभग सबकुछ इंटरनेट पर उपलब्ध है। कोई व्यक्ति इंटरनेट का उपयोग करके अपनी ज़रूरत को पूरा कर सकता है। इंटरनेट का उपयोग करके कोई भी व्यक्ति घर से ही खरीदारी कर सकता है, भुगतान कर सकता है, पैसे का लेंन-देंन कर सकता है, स्वयं आवेदन कर सकता है। लेकिन इंटरनेट का उपयोग जोखिम भरा है क्योंकि एक गलती बड़ी समस्या बना सकती है। वास्तविक वेबसाइट का क्लोन को बनाकर ऑनलाइन धोखाधड़ी के लिए किया जाता है। इसलिए सुरक्षित लेनदेन के लिए नकली और असुरक्षित वेबसाइट से दूरी बनाना बहुत जरूरी है। तो आज हम बात करेंगे ऐसे तरीको की जिनकी मदद से फेक बेबसाइट से बचा जा सकता |
1). साइट के http or https प्रोटोकॉल के जांचे
http और https वेबपेज की सुरक्षा के बारे में एक विश्वसनीयता प्रदान करते हैं। शॉपिंग, बैंकिंग, भुगतान साइट पर https प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है। प्रत्येक भुगतान गेटवे एक बेहतर सुरक्षा सेवा प्रदान करने के लिए https प्रोटोकॉल का पालन करता है। https और http एक ही प्रोटोकॉल है, लेकिन https में, s एक सुरक्षा फ़ंक्शन प्रदान करें। वैध वेबसाइट भी इसके बिना असुरक्षित है।
2). वेबसाइट के URL की जाँच करे
हम वेबसाइट के यूआरएल की जांच करके भी नकली वेबसाइट की पहचान की जा सकती हैं। नकली वेबसाइट का यूआरएल एक मूल वेबसाइट की तरह दिखता है लेकिन इसमें कुछ शब्द गायब हैं या फिर मूल वेबसाइट से मेल नहीं खाते हैं: www.techccare.co जो की मूल वेबसाइट है लेकिन www.techccaR.co एक फेक वेबसाइट जो की मूल वेबसाइट से मेल नहीं खाती है तथा www.techccare.co का नकली वेब पेज।
3). विज्ञापन
एक फेक वेबसाइट बड़ी मात्रा में पॉप-विज्ञापन और हानिकारक विज्ञापन भरी होती हैं। लेकिन एक वैध वेबसाइट में पॉप-विज्ञापन और हानिकारक विज्ञापन नहीं होते हैं क्योंकि वे उपयोगकर्ता को बेहतर सेवा प्रदान करना चाहते हैं। वेबसाइट विज्ञापनों के माध्यम से उपयोगकर्ता का डाटा चुराने जैसी घटनाओ को अंजाम देते है|
4). कम रिज़ॉल्यूशन वाले Imags का उपयोग
यदि वेबसाइट में logo, image, Text खराब गुणवत्ता में दिखाई देते है क्योकि फेक वेबसाइट scammers द्वारा त्वरित रूप से बनाई जाती है जिससे वेबसाइट सही गुणवत्ता नहीं बन पाती है| अत: किसी भी वेबसाइट पर चने से पहले उसकी गुणवत्ता की जाँच अवश्य कर लेनी चाहिये |
5). सॉफ़्टवेयर और ब्राउजर
क्रोम, ओपेरा और सफारी जैसे सॉफ़्टवेयर और ब्राउज़र नकली वेबसाइट के बारे में चेतावनी देने के लिए एक अंतर्निर्मित फंक्शन का उपयोग करते हैं। कई एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर या ब्राउज़र से वेबसाइट के लिंक की प्रतिलिपि बनाते हैं और नकली और हानिकारक वेबसाइट के बारे में उपयोगकर्ता को चेतावनी देते हैं। अत: इंटनेट के उपयोग से पूर्व ही हमे ऐसे सॉफ़्टवेयर और ब्राउज़र को आपने कंप्यूटर और मोबाइल में इंस्टॉल करके रखना चाहिए|
Fake website की पहचान करने के लिए आसान तरीके
Reviewed by Admin
on
September 02, 2018
Rating:

Ohh great..! I really waching for that. Very informative and helpful article. Thanks for sharing us. Have a nice day.
ReplyDelete